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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2637
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-1 आहार, पोषण एवं स्वच्छता

आहार नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक

किसी भी परिवार के आहार नियोजन को कई कारक प्रभावित करते हैं, जो निम्नलिखित हैं-

1. व्यवसाय — प्रत्येक व्यक्ति का व्यवसाय अलग-अलग होता है। कोई शारीरिक श्रम करता है तो कोई मानसिक। कार्यशीलता के आधार पर ही व्यक्ति साधारण क्रियाशील, मध्यम क्रियाशील और अत्यधिक क्रियाशील हो सकता है। सामान्य क्रियाशील व्यक्ति को बहुत क्रियाशील व्यक्ति की अपेक्षा कम कैलोरी की जरूरत होती है। उसके आहार में वसा एवं कार्बोज की कम मात्रा सम्मिलित की जानी चाहिए। मानसिक रूप से कार्य करने वाले व्यक्तियों को शारीरिक श्रम अधिक करने वाले व्यक्तियों की अपेक्षा अधिक प्रोटीन, खनिज तत्त्वों एवं विटामिन्स की जरूरत होती है। 

2. आदतें - आहार नियोजन में आदतों का भी विशेष प्रभाव होता है। यदि कोई सदस्य सुबह ही चाय पीने का आदि है तो उसे उसी समय चाय मिलनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति चाय नहीं पीता तो उसे दूध, कॉफी आदि दी जा सकती है। व्यक्ति के लिए आदतों का त्याग करना बड़ा मुश्किल होता है। बचपन से ही ऐसी आदतें डालनी चाहिए, जिससे उन्हें उचित पोषण प्राप्त हो सके और वे स्वस्थ रहे। बच्चे प्राय: तुरई, हरी सब्जियाँ, लौकी, सलाद, दूध आदि लेना पसन्द नहीं करते। वे मिठाई, चॉकलेट, कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम, चाट-पकौड़ी, शर्बत, बाजारी वस्तुएँ खाना पसन्द करते हैं। अतः बाल्यावस्था से ही बालकों में उपयुक्त आदतों का निर्माण किया जाना चाहिए। बच्चों को ज्यादा मिर्च-मसालेयुक्त सब्जी न देकर अलग से उनके लिए दाल, सब्जी निकाल देनी चाहिए। रोगी के लिए भी सब्जी व दाल का पानी निकाला जा सकता है।

3. आयु — पोषण सम्बन्धी आवश्यकताएँ आयु पर निर्भर करती हैं। परिवार में बच्चे, किशोर, अधेड़ व वृद्ध सभी स्तर के व्यक्ति होते हैं। प्रत्येक अवस्था के व्यक्ति की पोषण सम्बन्धी माँग भिन्न-भिन्न होती है। प्रौढ़ावस्था की अपेक्षा बाल्यावस्था तथा किशोरावस्था में शरीर निर्माण में और पोषक तत्त्वों की ज्यादा जरूरत होती है। बच्चों को खेलने-कूदने के लिए अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है, इसके विपरीत वृद्धों में उपापचयात्मक क्षमता में कमी आ जाने से उनकी कार्यक्षमता में भी कमी आ जाती है, जिससे उनकी कैलोरी सम्बन्धी जरूरत में परिवर्तन आ जाता है। अतः आयु के अनुसार ही व्यक्ति को पोषक तत्त्वों की जरूरत होती है।

4. शारीरिक कद-काठी- शरीर आकार के अनुसार शरीर की पोषण माँग भिन्न-भिन्न होती है। लम्बे-चौड़े, हृष्ट-पुष्ट व्यक्ति को दुबले-पतले व्यक्ति की तुलना में ज्यादा पोषक तत्त्वों की जरूरत पड़ती है। एक सामान्य डील-डौल वाला व्यक्ति; जिसका भार 55 किग्रा और लम्बाई 5'5' है, का न्यूनतम ऊर्जा व्यय लगभग 2500 कैलोरी होता है जबकि दूसरा व्यक्ति जिसका भार 70 किग्रा और लम्बाई 6' है, का न्यूनतम ऊर्जा व्यय लगभग 2800 कैलोरी होता है; अतः व्यक्ति के शारीरिक आकार के अनुसार उसकी पोषक जरूरतें भी भिन्न-भिन्न होती हैं।

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    अनुक्रम

  1. आहार एवं पोषण की अवधारणा
  2. भोजन का अर्थ व परिभाषा
  3. पोषक तत्त्व
  4. पोषण
  5. कुपोषण के कारण
  6. कुपोषण के लक्षण
  7. उत्तम पोषण व कुपोषण के लक्षणों का तुलनात्मक अन्तर
  8. स्वास्थ्य
  9. सन्तुलित आहार- सामान्य परिचय
  10. सन्तुलित आहार के लिए प्रस्तावित दैनिक जरूरत
  11. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  12. आहार नियोजन - सामान्य परिचय
  13. आहार नियोजन का उद्देश्य
  14. आहार नियोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
  15. आहार नियोजन के विभिन्न चरण
  16. आहार नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक
  17. भोज्य समूह
  18. आधारीय भोज्य समूह
  19. पोषक तत्त्व - सामान्य परिचय
  20. आहार की अनुशंसित मात्रा
  21. कार्बोहाइड्रेट्स - सामान्य परिचय
  22. 'वसा’- सामान्य परिचय
  23. प्रोटीन : सामान्य परिचय
  24. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  25. खनिज तत्त्व
  26. प्रमुख तत्त्व
  27. कैल्शियम की न्यूनता से होने वाले रोग
  28. ट्रेस तत्त्व
  29. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  30. विटामिन्स का परिचय
  31. विटामिन्स के गुण
  32. विटामिन्स का वर्गीकरण एवं प्रकार
  33. जल में घुलनशील विटामिन्स
  34. वसा में घुलनशील विटामिन्स
  35. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  36. जल (पानी )
  37. आहारीय रेशा
  38. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  39. 1000 दिन का पोषण की अवधारणा
  40. प्रसवपूर्व पोषण (0-280 दिन) गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त पोषक तत्त्वों की आवश्यकता और जोखिम कारक
  41. गर्भावस्था के दौरान जोखिम कारक
  42. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  43. स्तनपान/फॉर्मूला फीडिंग (जन्म से 6 माह की आयु)
  44. स्तनपान से लाभ
  45. बोतल का दूध
  46. दुग्ध फॉर्मूला बनाने की विधि
  47. शैशवास्था में पौष्टिक आहार की आवश्यकता
  48. शिशु को दिए जाने वाले मुख्य अनुपूरक आहार
  49. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  50. 1. सिर दर्द
  51. 2. दमा
  52. 3. घेंघा रोग अवटुग्रंथि (थायरॉइड)
  53. 4. घुटनों का दर्द
  54. 5. रक्त चाप
  55. 6. मोटापा
  56. 7. जुकाम
  57. 8. परजीवी (पैरासीटिक) कृमि संक्रमण
  58. 9. निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन)
  59. 10. ज्वर (बुखार)
  60. 11. अल्सर
  61. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  62. मधुमेह (Diabetes)
  63. उच्च रक्त चाप (Hypertensoin)
  64. मोटापा (Obesity)
  65. कब्ज (Constipation)
  66. अतिसार ( Diarrhea)
  67. टाइफॉइड (Typhoid)
  68. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  69. राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाएँ और उन्हें प्राप्त करना
  70. परिवार तथा विद्यालयों के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  71. स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाओं के द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा
  72. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रः प्रशासन एवं सेवाएँ
  73. सामुदायिक विकास खण्ड
  74. राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम
  75. स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्तर्राष्ट्रीय संगठन
  76. प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर खाद्य
  77. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

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